Tuesday, July 23, 2024

یوگا ورزشوں کے تازہ ترین ورژن کی مدد سے مضبوط جسم و جان تیار کرنے کی ہنرمندی شیئر کرنے کے لئے، بین الاقوامی یوگا کا نفرنس

نئی دہلی 23 جون ( پریس ریلیز ) ڈاکٹر امبیڈ کر انٹرنیشنل سینٹر نئی دہلی میں بین الاقوامی ہوگا کا نفرنس اور ویلنیس ایکسپو 2024 کا انعقاد کیا گیا جس میں سمرگ ایوینٹس کے سی ای اور ہمانشو پانڈے نے استقبالیہ کلمات پیش کیے۔ اس موقع پر پر مارتھ حسین رشی کیش کے صدر سوامی چیمیا نند نے کہا کہ سکون حاصل کرنے کا ہوگا سے بہتر کوئی طریقہ نہیں ہے۔ پروگرام میں انڈین یوگا ایسوسی ایشن کے جنرل سکریٹری، شری سبودھ تیواری جی اور دیگر معززین رہنمائی دے رہے تھے۔ منتظمین میں ہن ایانه ای ہوگا سکھانے والے اور سرکاری یوگا کی درسی کتابوں کے مصنف بین الاقوامی ہوگا سائنٹسٹ ڈاکٹر بدر الاسلام کیرانوی، اپنے یوگا گرو، ایس دیا سا یوگا یو نیورسٹی کے وائس چانسلر پدم شری ڈاکٹر ائی ، آر. ناگیندر کے ساتھ اپنی سدا بہار مسکراہٹ بکھیرتے ہوئ


موجود تھے۔ اس خصوصی موقع پر ڈاکٹر الاسلام کیرانوی نے کہا کہ مستی سے پرسکون، سادہ اور صحتمند زندگی گزارنے کے لئے، دور حاضر کے لئے قابل عمل رشی منیوں ، یوگیوں، صوفی سنتوں کے متمندی کی سنبھال کرنے والے طور طریقے بنا بھید بھاؤ سب کے بھلے والی روش اور اپنے اپنے مذہبی اصولوں ک


ساتھ ساتھ، گردے، جگر، آنتوں، دل، دماغ وغیرہ کی صحت کو برقرار رکھنے اور ان کی سلامتی کے لئے یوگا سے ماخوز ڈریک منتخبہ ایکسر سائز اپنانی ہی ہونگی، ورنہ اندرونی اعضاء جا اور اعضاء کی سنبھال محال ہو جائیگی اور آسانی سے آلودگی، ملاوٹی خوراک ہمیں اندر سے کھو کھلا بنادیں گیں اور لوگوں کی خود غرضیاں،

نا قابل اعتماد زندگی گزارنے کے حالات، طرز زندگی کی دگر خرابیاں اور ورک کلچر کی برائیاں تناؤ اور ذہنی دباؤ ، مختلف بیماریاں، ، کا ہونے سے کینسر، ہارٹ اٹیک وغیرہ کا شکار ہونے سے بچنا مشکل ہو جائے گا۔ اس موقع پر ڈاکٹر اسلام نے ملک کے نوجوان سے اپیل کی کہ کے سے وہ یوگا پریکٹس کے تازہ ترین ورژن کو اپنا کر ورژن لو ماہر بنیں، بیرون ملک دوسروں کو سکھا کر دیش بیرون دوسروں کو کر کی شان بڑھائیں اور ساتھ ہی غیر ملکی کرنسی سے دیش کا خزانہ بڑھائیں۔ آپ نے دیش کے مسلم نو جوانوں کو بھی اس نیک اور بابرکت کام میں ہمت اور دانشمندی سے اپنا حصہ ڈالنے کی ترغیب دی۔ ڈاکٹر بدر الاسلام کیرانوی کے شاگردوں میں سے ذکی،صائمہ، وکاس، شیلا خان اور ڈریک یوگا فزیکل میڈیسن فار ہیلتھ اینڈ ہی نہیں نئی دہلی کی ٹرینر کوثر جی نے بین الاقوامی یوگا کا نفرنسکو کامیاب بنانے میں اپنا بہترین تعاون دیا

वैश्विक स्तर पर योग की पहुंच को बढ़ाने के लिए इंडियन योगा एसोसिएशन के मार्गदर्शन में मंथन कार्यक्रम सफल-डर्बिक (18-06-2024)

 निष्पक्ष पोस्ट ब्यूरो। नई दिल्ली, "भारत की विशेषता अनेकता में एकता" के सूत्र पर आगे बढ़ते हुए सभी मिलजुल कर वैश्विक स्तर पर दुनिया के कोने कोने में योगाभ्यास के अपडेटेड वर्जन की पहुंच को बढ़ाने और योग की सही समझ के साथ मजबूती प्रदान करने के लिए इंडियन योगा एसोसिएशन के मार्गदर्शन मंडल के रहनुमाों एवं भारत के जाने माने योगा विशेषज्ञों का मंथन कार्यक्रम नई दिल्ली में आयोजित हुआ। कार्यक्रम में योग विश्वविद्यालय बैंगलोर के कुलाधिपति डॉ. एच. आर. नागेंद्र


भारतीय योग संघ के महासचिव श्री सुबोध तिवारी जी और अन्य गणमान्य व्यक्तियों के साथ के अंतर्राष्ट्रीय योग वैज्ञानिक डॉ. बी. इस्लाम कैरानवी और डर्बिक योग फिजिकल मेडिसिन फॉर हेल्थ एंड हैप्पीनेस की ट्रेनर कौसर जी ने भाग लिया। दुनिया के हर कोने में लोग पॉल्यूशन, मिलावटी खाना, मतलबी और बे भरोसा जिंदगी के गैर यकीनी हालात, लाइफस्टाइल और वर्क कल्चर से स्ट्रेस, जीवन रक्षक शरीर के अंगों की कमजोरियां, तरह तरह की बीमारियां, कैंसर, हार्ट अटैक इत्यादि के शिकार है।




दुनिया भर में फैले ऐसे करोड़ों लोगों को राहत पहुंचाने के लिए, मस्ती के साथ अपनी शारीरिक एवं मानसिक फिटनेस की संभाल करते हुए, सूफी संतों जैसा सरल जीवन गुजाने वाले और देश का नाम रोशन करने वाले योगाभ्यासियों की आज अति आवश्यकता है। इस पवन अवसर पर डॉ. बी. इस्लाम कैरानवी ने आशा व्यक्त की देश का युवा योगाभ्यास के अपडेटेड वर्जन के साथ भारत का नाम रोशन करने के लिए आगे आएगा और देश का मुस्लिम यूवा भी समझदारी से अपना भरपूर योगदान देगा।

Thursday, July 4, 2024

सब का विकास करने वाले अमन पसंद लोगों की खोई हुईं पूंजी, सरल हकीमी- वर्जिशें, मेडिकल साइंस के समुद्र की तह में मिली; डॉ बदरुल इस्लाम कैरानवी

 नई दिल्ली। हर तरह के मानसिक तनाव से बचाने में रामबाण और शरीर के हर अंग की तंदुरुस्ती की संभाल करने मैं कामयाब, रोगों को भगाने और इलाज करने में सहायक, डर्बिक अनुसंधान एवं विकास के 48 साल लंबे अनुभव के परिणामस्वरूप मेडिकल साइंस के समुद्र की तह में, पैरामेडिकल साइको फिजियोथैरेपी और सूफियाना रियाज़त जैसी विशेषताओं वाली हकीमी वर्जिशें शोध के दौरान मिल गई है।


इन हकीमी वर्जिशों के 42 वे वर्जन की पांडुलिपि को इंडियन योगा एसोसिएशन दिल्ली राज्य के स्टेट एग्जीक्यूटिव और भारतीय योग संस्थान दिल्ली राज्य के प्रभारी पवन कुमार साहब को अनुवर्त भवन आईटीओ पर होने वाली राज्य स्तरीय बैठक के मौके पर, इन हकीमी- वर्जिशों के शोधकर्ता डॉ बदरुल इस्लाम कैरानवी ने सोंपा।



यह हकीमी-वर्जिशें बिना भेदभाव अत्यधिक लाभदायक है और दुनिया जहां की सभी विचारधाराओं के मानने वालों के लिए स्वीकार्य योग्य है। हकीमी वर्जिशों को ऐसा बनाने के लिए इन पर 48 साल तक लगातार शोध और तजुर्बात किए जाते रहे, यहां तक कि 35 लाख लोगों पर भारत सरकार की मदद से प्रयोग किये गये। इस अवसर पर हकीम अताउर्रहमान अजमली ने खुशी अभिव्यक्ति करते हुए बताया की हकीमी वर्जिशें की खास बात यह है कि इन का अभ्यास मानसिक तनाव से बचाता है,


 मन अपने आप कमजोरों का साथ निभाने वाला, सबका भला करने वाला बन जाता है, कंस्ट्रक्टिव मन के साथ सब की फिक्र करने वाला और दूसरों का दर्द महसूस करते हुए उन्हें राहत पहुंचाने वाला अमन पसंद, मजबूत इरादों का मालिक ? नेक बंदे वाला हो जाता है। साथ ही शरीर के अंग अंग में शक्तिमान जैसी शक्तियां आ जाती है और वह किसी को नुकसान न पहुंचाने की वजह से ईश्वर अल्लाह का मनपसंद सशक्त बंदा बन जाता है।


हकीम अताउर्रहमान अजमली ने आगे बताया कि, इसीलिए हकीम, डॉक्टर, उल्मा, महिलाएं एवं यूवा दल इत्यादि उत्साह के साथ मस्ती से डॉ बदरुल इस्लाम कैरानवी की चयनित और बेहतर बनाई हुई, लाजवाब साबित हो चुकी इन हकीमी एक्सरसाइज के नवीनतम वर्जन को सीखने और सीखने के लिए पसंद कर रहे हैं, मुफ्त सिखाने वाले ऑनलाइन यूट्यूब पर जाकर भी नफा उठा सकते है।

ऊर्जा से भरपूर ताकतवर भारत के निर्माण में मदारिसे-इस्लामिया के शिक्षकों और छात्रों की अहम भूमिका- डॉ. बदरुल इस्लाम कैरानवी

  



 निष्पक्ष पोस्ट ब्यूरो। शामली। उ.प्र। गढ़ी दौलत शामली, कांधला कस्बे के बाहरी इलाके में स्थित एक प्रसिद्ध और बड़े धार्मिक मदरसे जामिया बदरुल उलूम के मोहतमिम, दारुल उलूम देवबंद के कार्यकारिणी सदस्य, जमीयत उलेमा वेस्ट यूपी दिल्ली हरियाणा पंजाब हिमाचल के संयोजक तथा अध्यक्ष जमीयत उलेमा पश्चिमी उत्तर प्रदेश हजरत मौलाना मोहम्मद आकिल साहब की सरपरस्ती में माननीय वरिष्ठ शिक्षकों के लिए फिटनेस ट्रेनर ट्रेनिंग का एक रिफ्रेशर कार्यक्रम सफलतापूर्वक आयोजित किया गया।




 कार्यक्रम का संचालन जमीयत यूथ क्लब शामली के संयोजक मौलाना वासिफ ने किया और कहा कि यह बात सभी जानते हैं कि जान है तो जहान है और वर्जिशिों में हरकत में बरकत की फितरत होती है। थकावट भगाने में सहायक, चुस्ती, फुर्ती और तंदरुस्ती बढ़ाने वाली, डर्षिक चयनित, अनुसंधान और विकास की रोशनी में विशेष रूप से डिजाइन की गई नए जमाने की जरूरतों के अनुसार ढाली हुई, आसान, सुकून दायक और सभी के लिए लाभदायक अमूल्य अंदाजे-फिक्र से लगातार वर्षों तक अभ्यास के नतीजों के निचोड़ से तैयार शैली में ढाली और डिजाइन की गई सूफियाना विशेषताओं के साथ उन्नत मेडिको फिटनेस एक्सरसाइज के बयालीस-वे वर्जन पर आधारित एक निःशुल्क कार्यशाला जामिया बदरुल उलूम में सफल रही।

 मौलाना वासिफ ने आगे स्पष्ट किया कि डॉ. बदरुल इस्लाम कैरानवी ने इन एक्सरसाइज का खमीर, चिकित्सा विशेषज्ञों की युक्तियाँ, आयुवेर्दाचार्यों एवं हकीमों की चिकित्सा तदबीरों, योगियों के अभ्यासों, सूफियों की गतिविधियाँ आदि से चुन चुन कर और ढूंढ निकल कर लिया है। 


फिर एक करोड़ रुपये से अधिक के व्यक्तिगत निवेश की पूंजी लगाकर, सरकारी और अन्य सहायता के साथ, 48 वर्षों के निरंतर चिकित्सीय दृष्टि से अनुसंधान, विकास और तपस्वी की तरह प्रयोगों के अनुभव से प्राप्त निखरी हुई उच्च गुणवत्ता वाले कौशल को और भी बेहतर बना दिया। आज के मनुष्य की विशिष्ट एवं अपरिहार्य आवश्यकताओं को ध्यान में रखते हुए, परिवर्तनों के अनुरूप अनुकूलित, 

आज के लोगों के लिए बिना थके बहुत आसान, सरल भाषा में आसानी से समझने योग्य तथा सभी प्रकार की राष्ट्रों की संस्कृति के लिए उपयुक्त, उच्च तकनीकयुक्त, परिष्कृत तथा इसे अनुकूलित कर इस कार्यशाला में निःशुल्क उपहार के रूप में प्रस्तुत किया गया है। खुशी की बात यह है कि देश के प्रतिष्ठित अकबरीन मिल्लत में से, हजरत मौलाना मुहम्मद अकील साहब ने इस उत्कृष्ट अभ्यास में भाग लेकर प्रतिभागियों को प्रोत्साहित किया। नए जमाने की इन चुनिंदा और उपयोगी व्यायामों के शोधकर्ता और 1985 से मेडिको-फिटनेस व्यायाम के अंतर्राष्ट्रीय प्रशिक्षक 68 वर्षीय डॉ.बदरुल इस्लाम कैरानवी के पेट की मांसपेशियों के स्वास्थ्य की जांच करने वाले हजरत मौलाना मुहम्मद फाजिल साहब "पेट की ताकत" का प्रदर्शन देखकर चकित रह गए।




प्रतिभागि यह जानकर खुशी थे की वे इन अभ्यासों से खुद को कई बीमारियों से बचा लेंगे, साथ ही अपने छात्रों को कैंसर, दिल का दौरा, स्त्री रोग और पुरुष रोग, थायरॉयड, तनाव, बी. पी. इत्यादि का शिकार होने से बचा लेंगे और इनके माध्यम से वे एक स्वस्थ और सशक्त भारत के निर्माण में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकेंगे।

रेनबो पब्लिक स्कूल श्रीनगर गढ़वाल में योगाभ्यास की कार्यशाला से 1350 लाभान्वित (27-05-2024)

 श्रीनगर गढ़वाल, रेनबो पब्लिक स्कूल श्रीनगर गढ़वाल की प्रधानाचार्य श्रीमती रेखा उन्याल ने गुणवत्तापूर्ण योग शिक्षा का सतत विकास लक्ष्य हासिल करने के उद्देश्य से योग वर्कशॉप का उद्घाटन किया। 



अंतर्राष्ट्रीय योग गुरु, यूनानी हकीम, आयुर्वेदा-रत्न एवं योग चिकित्सा में स्वर्ण पदक तथा केंद्रीय विद्यालय संगठन भारत सरकार के भूतपूर्व ट्रेनिंग कमिश्नर डॉ बी इस्लाम कैरानवी के मार्गदर्शन तथा कौसर जी के सहयोग से रेनबो पब्लिक स्कूल श्रीनगर गढ़वाल में वैज्ञानिक ढंग से आसान बनाए हुए, बीमारियों 





से बचाने वाले, मेडिको फिटनेस बढ़ानेवाले योगाभ्यास के 48वे वर्जन की कार्यशाला सफल हुई। कार्यशाला से 1350 नवयुवक



 हंसते-हंसते लाभान्वित हुए एवं कटिबद्धता के साथ सीखने-सिखाने के लिए उत्साहित तथा बतौर उपहार साझा करते रहने के लिए तैयार हुए, 18 योग इंस्ट्रक्टर अपग्रेड हुए तथा उनका योगा-चिकित्साल सलाहकार होने का अस्तर बुलंद हुआ। योग प्रवर्तक विद्वान श्री रिक पीश उन्याल ने उप प्रधानाचार्य विनीता बहुगुणा, योग शिक्षिका शीतल धानिया तथा योग शिक्षक प्रवेश भट्ट के सहयोग से इस कार्यशाला का सफल आयोजन किया और कहा की आप को यह जान कर ओर भी खुशी होगी



कि प्रतिभागियों में से अभिनव भट्ट वैष्णवी, आयुष फोनदानी, अतुल उनियाल, प्रियांशी, अर्चना, महिमा भंडारी और पिंकी गैरोला ने डॉ बी इस्लाम कैरानवी से उन के द्वारा योगाभ्यास पर अनुसंधान करने एवं 48 वर्षों तक योगाभ्यास सीखने और सीखने के अनुभव के दौरान हाईटेक रिफाइन और आज के मनुष्य के हालात और उसकी जरूरतों के मुताबिक कस्टमाइज, असरदार और आसान बनाए हुए योग के नवीनतम वर्जन पर आधारित योग रहस्य सीख कर, तत्काल कामयाबी के नए कीर्तिमान स्थापित किये और योगाभ्यास-प्रदर्शन में उत्कृ ष्ट दक्षता प्रमाण पत्र हासिल करने में सफल रहे। 



उप प्रध् गानाचार्य श्रीमती विनीता बहुगुणा ने कहा की कमर को लचीली, हाजमा दुरुस्त और दिमाग तेज करने वाले योगाभ्यास भावी योगा इंस्ट्रक्टर की पसंद बन गए हैं। अब बेहतर तंदुरुस्ती बनाने में मददगार, इस योगाभ्यास की तकनीक से यह चयनित योग लीडर गढ़वाल रीजन में बतौर उपहार साझा करते हुए स्वास्थ्य जागरूकता बढ़ाएंगे और अपने वैज्ञानिक अनुभव को देश विदेश में स्वस्थ जीवन के साथ बेहतर कल का वैश्विक आंदोलन का हिस्सा बन कर भारत का नाम रोशन करेंगे।

قدیم یوگا ورزشوں سے ماخوز ، ڈر بٹیک انداز میں ڈھالی گئیں میڈیکوئنس ں ایکسر سائز، نئے زمانے میں تندرستی کی ضامن ثابت ؛ ڈاکٹر بدر ال اسلام کیرانوی

 نئی دہلی 15 مئی ( پریس ریلیز ) جان ہے تو جہاں ہے کی سوچ اور حرکت میں برکت پر یقین رکھتے ہوئے ڈاکٹر بدر الاسلام





کیرانوی نے نیو فرینڈس کالونی نئی دہلی کے سرکاری اسکول میں یوگا سے ماخوز اور بہتر بنائی ہوئی میڈیکوٹنس ایکسر سائز کی ورکشاپ کی رہنمائی کی۔ ورکشاپ کا افتتاح جانے مانے ایجوکشنسٹ ڈاکٹر خلیق احمد صاحب نے فرمایا جبکہ کامیاب انعقاد کی ذمہ داری سمن جی نے دگر اساتزہ کی مدد سے نبھائی۔




 اس موقع پر ڈر بک تحقیق و ترویج پر بنی نئے زمانہ کی کار آمد اور پینتیس لاکھ نو جوانوں میں شرف قبولیت حاصل کرنے میں کامیاب، خاندانی حکیم ڈاکٹر بدر الاسلام کیرانوی کے تحقیقی اور ترویجی انداز فکر  سے مزین مخصوص طریقہ سے کی جانے والی، نفع بخش پاور فل بنائے والی ، مائیکر حکیمانہ اور صوفیانہ روحانی



ریاضت جیسی خوبیوں والی میڈیکو فٹنس ایکسر سائز سکھائیں. ان ورزشوں کی ماہر ٹریز کوثر جی نے شرکہ کووضاحت کرتے ہوئے بتایا کہ بین الاقوامی سطح پر معیاری مانی جاتی ہیں ۔ یہ میڈیکوٹنس ایکسر سائز ذہنی،





جسمانی اور روحانی دبی ہوئی صلاحیتوں کو اجاگر کرنے اور انہیں عمر کے ہر دور میں کام میں لاکر ہر کسی کو مضبوط بنانے کی اہل ہیں۔