Friday, November 1, 2024

नई दिल्ली के गवर्नमेंट स्कूल की छात्राएं, डर्बिक के चयनित विश्व स्तरीय परोपकारी सूफियाना योगाभ्यास के माध्यम से फिटनेस और तंदरुस्ती की काबिले एतमाद नेता बन गई

 नई दिल्ली के गवर्नमेंट स्कूल की छात्राएं, डर्बिक के चयनित विश्व स्तरीय परोपकारी सूफियाना योगाभ्यास के माध्यम से फिटनेस और तंदरुस्ती की काबिले एतमाद नेता बन गई

नई दिल्ली, जीवन को आनंद में रचा-बसा खुशनुमा बनाने के लिए, योगियों, सूफी संतों, ऋषि मुनियों के, परोपकारी विचारों के साथ, नई दिल्ली के एसव केव वीव जोगा बाई, न्यु फ्रेंड्स कॉलोनी की छात्राओं ने अपने आप को विकसित करने और सीखते-सीखाते हुए युवा योगा-लीडर के रूप में अपनी प्रतिभा, अपनी हुनर मंदी को निखारने और बढ़ाने के लिए डॉ. बी. इस्लाम कैरानवी (डर्बिक) के चयनित तथा विश्व स्तरीय मान्यता प्राप्त सूफियाना रियाजत योगाभ्यास की कार्यशाला मैं गहन ध्यान के साथ भाग लिया।

इस कार्यशाला में विद्यालय प्रमुख श्रीमती उषा किरन और विद्यांजलि इंचार्ज श्री मती मोमिना भी मुख्य भूमिका में रहीं। विद्यालय के मेंटोर टीचर श्री इकबाल हुसैन के मार्गदर्शन में सदैव छात्रोपयोगी कार्यक्रम स्कूल में आयोजित करवाये जाते हैं,

इसी क्रम में, इस वर्कशाप के प्रतिभागियों को डॉ. बी. इस्लाम तथा भारत सरकार से मान्यता प्राप्त योग प्रशिक्षिका कौसर जी ने मन को शांत करने, याद्दाश्त की शक्ति को तेज करने, बुद्धि प्रखर बनाने, इच्छा शक्ति को बलवान करने, चेहरे की सुंदरता बढ़ाने, ज्ञानेंद्रियों को रक्त पहुंचाने, ग्रीवा को लचीला बनाने, फ्रोजन शोल्डर की समस्या की रोकथाम करने और फेफड़ों की क्षमता बढ़ाने के लिए चिकित्सकों, वैज्ञानिकों, शिक्षकों, सूफी संतों, ऋषि-मुनियों के के द्वारा बनाए तथा सर्वमान्य उसूलों का पालन करते हुए, अपने शोध पर आध गारित वैज्ञानिक सूक्ष्म योग अभ्यास का सुखद अनुभव लाइफटाइम लाभ उठाने के लिए कराया।

प्रतिभागियों ने बताया कि पहली बार इस तरह के अभ्यासों का डॉ. इस्लाम की आसान और प्रभावी 48 वे वर्जन वाली तकनीक के साथ अनुभव मिला। प्रतिभागियों के सफलता चिन्ह के रूप में विद्यालय के मेधावी छात्राओं ने सभी 6 एम.वाई.पी. में कमांडिंग कौशल दिखाते हुए

प्रथम स्थान का प्रमाण पत्र डॉक्टर इस्लाम से प्राप्त किया। इस मौको पर एनसीईआरटी भारत सरकार की योग पुस्तकों के सह-लेखक डॉ. बी. इस्लाम कैरानवी ने वास्तव में योग गुरुओं सूफी संतों योग चिकित्सा विशेषज्ञों, शोधकर्ताओं और भारतीय योग संघ की विरासत का प्रतिनिधित्व किया। इस अहम्, यादगार और बहुमूल्य कार्यशाला के आयोजन से लाभान्वित होने पर प्रतिभागी गौरांवित महसूस कर रहे थे। अंत में एक दूसरे के लिए मंगल कामना के साथ कार्यशाला का समापन हुआ।

امراض کی جڑ سے کاٹ کر پھینکنے والی، دیسی دواؤں اور ڈربک منتخبہ طبی ریاضتوں کے اپڈیٹڈ ورزن کی ورکشاپ اور خصوصی سی.ایم.ای. راجستھان یونانی میڈیکل کالج اینڈ ہاسپٹل جے پور میں کامیابی سے منعقد

 











योग एवं प्राकृतिक चिकित्सा से देश में स्वास्थ समृद्धि लाने में डर्बिक योगा-टेक को संस्कार एजुकेशन हब जयपुर के सहयोग से मिली बड़ी कामयाबी, अभूतपूर्व सफलता

जयपुर राजस्थान, संस्कार एजुकेशन हब जयपुर राजस्थान के तत्वाधान में कुचामन के अस्थान पर योग एवं प्राकृतिक चिकित्सा में कुशल एवं दक्ष बनाने वाली त्रिदिवसीय लीडरशिप कार्यशाला का उदघाटन, 1985 से देश विदेश के अंतर्राष्ट्रीय योग गुरु के रूप में काम करने वाले भारत सरकार के भूतपूर्व ट्रेनिंग कमिश्नर तथा



भारत सरकार एन.सी.ई.आ.र. टी. की योग की पाठ्यपुस्तकों के लेखक डॉ. बदरुल इस्लाम कैरानवी ने किया। कार्यशाला का सकुशल निर्देशन सुश्री कौसर जी ने बलवीर जितरल और सुरेश जी के सहयोग से किया। इस कार्यशाला ने स्वास्थ सिमिर्ध समाज के निर्माण, योग एवं प्राकृतिक चिकित्सा में परिपूर्ण, उच्च कोटि के कुशल



मास्टर प्रशिक्षकों को तैयार करने की दिशा में अविस्मरणीय योगदान दिया, स्वदेशी चिकित्सा प्रणालियों में से बीमारियों की जड़ को काटने वाली, योग अभ्यासों एवं प्राकृतिक चिकित्सा उपायों रूपी, दो-धार तलवार चलाने वाले उच्च कोटि के ज्ञान, विज्ञान एवं सूत्रों के ज्ञाता, 89 युवा प्रतिभागी 12 स्टाफ मेंबर सहित 100 लोग लाभान्वित हुए। 





 
इस अवसर पर बेहतरीन परफॉर्मेंस का प्रमाण पत्र कार्यशाला की प्रशिक्षिका कौसर जी से किशन लाल, सुनील एवं बलबीर जी ने प्राप्त किए। स्थानीय युवाओं को निःशुल्क लाभ पहुंचाने के लिए प्राकृ तिक चिकित्सा और योग अभ्यास की कार्यशाला का यह आयोजन बड़ा कामयाब और अभूतपूर्व सफल रहा।

बेहतरीन योगा दिखाने वालों को भारत सरकार द्वारा मान्यता प्राप्त योग विशेषज्ञ कौसर जी ने प्रमाण पत्र से नवाजा

 नई दिल्ली, भारत सरकार से मान्यता योग ट्रेनर कौसर जी ने एसिस्टेंट योगा इंस्ट्रक्टर की कार्यशाला का आज दिनांक 05-08-2024 को पीएम श्री केंद्रीय विद्यालय सेक्टर 25 रोहिणी नई दिल्ली में संचालन किया। 



इस कार्यशाला में प्रभावती कशखवाडे, इंदु पाल, निधि कुमारी, रुचि शर्मा, रितु रानी एवं सपना जी ने बहुत अच्छा योग प्रस्तुत किया तथा कार्यशाला में सर्वश्रेष्ठ स्थान प्राप्त करने में सुश्री सपना जी ने बाजी मारी। इस अवसर पर कार्यशाला की मुख्य प्रशिक्षिका कौसर जी के हस्ताक्षर से मेरिट प्रमाण पत्र प्राप्त किया।


 जिस सम्मान स्वरूप कौसर जीघ् ने अन्य विशिष्ट प्रतिभागियों एवं अंतरराष्ट्रीय योग गुरु डॉ. बी. इस्लाम तथा अंतरराष्ट्रीय रमेश जी इत्यादि के सानिध्य से प्रदान किया।

योग नेतृत्व में दक्ष बनाने वाली, मुफ्त कार्यशाला में 500 प्रशिक्षित एवं 17 ने विशिष्ठ स्थान प्राप्त कियाः इर्बिक

 योग नेतृत्व में दक्ष बनाने वाली, मुफ्त कार्यशाला में 500 प्रशिक्षित एवं 17 ने विशिष्ठ स्थान प्राप्त कियाः इर्बिक

भिवानी हरियाणा। प्राचार्य श्री विनोद कुमार एवं उप प्राचार्य सुञ्जी राशदा जी ने भिवानी हरियाणा के, जे.एन.वी. देवराला में, योग नेतृत्व में दक्ष बनाने बाली कार्यशाला का उद्घाटन किया। कार्यशाला में मस्तिष्क को स्ट्रेस फ्री करदेने वाला सुकून से भरा आराम दिलाने, मस्तिष्क को रिचार्ज करदेने बाली ऑक्सीजन युक्त रक्त की बेहतर आपूर्ति तथा मस्तिष्क की प्रखरता बढ़ाने के लिए डबिंटिक अंदाज से, बेहद आसान बनाई हुए, सुखदाई, जादुई असर रखने वाली, एवं प्राथमिक चिकित्सा की तरह स्वाभाविक रूप से फौरन प्रभावी,

भारत के गुरुजनों द्वारा स्थापित मूल्यों पर आधारित योगा द्वारा मस्तिष्क की मालिश के तरीके, 500 विद्यार्थियों एवं उनके शिक्षकों ने सामूहिक रूप से सीखे।

इस कार्यशाला में इंडियन योगा एसोसिएशन दिल्ली एन.सी.आर. के बरिष्ठ उपाध्यक्ष डॉ. बदरुल इस्लाम कैरानवी द्वारा वर्ष 1975 से विकसित तथा अंतर्राष्ट्रीय योग गुरु एवं योग वैज्ञानिक के रूप में भारत सरकार की स्पॉन्सरशिप पर वर्ष 1985 से विदेश में जा कर, वहां के चिकत्स्कों को योग सीखने के अनुभव से हासिल हुई, हई टेक, परिष्कृत, अनुकूलित, आसान और बहुत प्रभावी सूक्ष्म योग अभ्यासों विद्यालय देवराला हरिया जवाहर नवोदय भिवानी की नवीन अनुसंधान पर आधारित, अद्यतन 37वें वर्जन की तकनीक को, प्रतिभागी हंसी खुशी और पूरी तन्मयता से, हिस्सा लेकर, अपने आप को जीवन भर स्वस्थ बनाए रखने में काम आने वाली दक्षता से लाभान्वित होने के लिए सीख रहे थे।

इस योग तकनीक के साथ साथ, प्रधानाचार्य द्वारा चयनित 17 लड़कियों को डॉ. बी. इस्लाम ने कुछ अन्य योगाभ्यासों में बेहतरीन नेतृत्व देने वाले दक्ष नेताओं के रूप में प्रशिक्षित किया। इन सभी लड़कियों ने सर्वश्रेष्ठयोग अभ्यासों के प्रदर्शन में भी भाग लिया। इस योगाभ्यास दक्षता के प्रदर्शन में विशिष्ठ स्थान प्राप्त करने वालों में से, मिस पायल ने भूनमन एवं उत्थित एकपाद शीर्षासन करने में प्रथम स्थान प्राप्त किया, मिस निकिता ने पद्म मयूरासन करने में प्रथम स्थान प्राप्त किया, मिस शशि तननिया ने बकासन करने में प्रथम स्थान प्राप्त किया,

 मिस भावना ने उत्थित टिट्टिभासन करने में प्रथम स्थान प्राप्त किया तथा मिस नैन्सी ने राजकपोतासन करने में प्रथम स्थान प्राप्त करने में सफलता हासिल की। आशा है देश के अन्य कोनों के लोग भी आज के मनुष्य की आवश्यक्ताओं के परिपेक्ष में परिष्कृत एवं हाईटेक योग की महत्व को समझकर,

वे इसका अभ्यास करेंगे और इससे लाभ प्राप्त करेंगे, तथा दूसरों को भी इस लाभकारी योग का अभ्यास करने के लिए प्रेरित करके गौरवान्वित महसूस करेंगे, अंततः सब के भले में ही अपना भाला है। कार्यशाला का कुशल प्रबंधन श्री एस.सी. दुग्गल ने पूनम जी एवं अन्य स्टाफ सदस्यों के सहयोग से किया।

Saturday, October 5, 2024

राजस्थान अलवर की बहादुर बेटी प्रियंका प्रजापत सम्मानित on 12-07-2024

अलवर राजस्थान, करोना काल में जब सारी दुनिया के लोगों की हिम्मतें टूटी हुई थीं तब भारत स्काउट एंड गाइड्स के बैनर के नीचे, राजस्थान अलवर की बहादुर बेटी प्रियंका प्रजापत ने डॉ. इस्लाम की टीम में शामिल होकर, लोगों की योगाभ्यास से मुफ्त फिटनेस बढ़ाने का अनूठा एवं साहसिक काम किया।


उनके कौशल भरे साहस को सम्मान देने के लिए दिल्ली से पहुंची कौसर साहिबा ने अलवर की बहादुर बेटी, प्रियंका प्रजापत को शाल ओढ़ा कर सम्मानित किया। प्रियंका प्रजापत आजकल स्थानीय शिक्षकों की मदद से अलवर और गांव गांव में बी.एस.जी. के बैनर के साथ योग विज्ञान का प्रचार प्रसार और प्रोत्साहन देने की नई पहल से लाभ दिला रही है।



हाल ही में प्रियंका प्रजापत ने एक कामयाब कार्यशाला का यादगार किया। इस कार्यशाला में आज के जमाने की जरूरत के हिसाब से सूटेबल योगाभ्यास के नवीनतम अपडेटेड वर्जन की ट्रेनिंग दिलाने के लिए यूरोप के देशों में जाकर वर्ष 1985 में अंग्रेज डॉक्टरों को ट्रेनिंग देने वाले भारत सरकार के भूतपूर्व ट्रेनिंग कमिश्नर और भारत सरकार की योग की पुस्तकों के लेखक को ट्रेनिंग देने के लिए आमंत्रित किया था 


ताकि इस कार्यशाला में भाग लेने वाले बच्चे, युवा और शिक्षक हष्ट पुष्ट और स्वास्थ समाज निर्माण की सर्व माननीय एवं विश्व स्तरीय पैरामीटर्स पर खरे उतर कर बेहतरीन परफॉर्मेंस के साथ देश हित में कार्य कर सकें। प्रियंका प्रजापत की इन कोशिशें को प्रतिभागी सभी शिक्षकों ने सराहा और आइंदा भी साथ निभाना का विश्वास दिलाया।


विदेशों में नियुक्त किए जाने वाले सेनानीयों लिए मेडिको- फिटनेस बढ़ाने वाले योगाभ्यास की कार्यशाला सम्पन्न on 01-07-2024

 नई दिल्ली/देहरादून। भारतवर्ष के विभिन्न परंपराओं के धनी योग गुरुओं की संस्था इंडियन योगा एसोसिएशन के शीर्ष गुरुजनों के सहयोग से योगाभ्यास की एक विशेष कार्यशाला का आयोजन सेनानियों को राष्ट्रीय स्तर पर ट्रेनिंग देने वाले, उत्त- राखंड देहरादून जिले के एक ट्रेनिंग सेंटर पर हुआ। कार्यशाला का उद्घाटन कर्नल सागर ऐसएम, वीएसएम, लेफ्टिनेंट कर्नल बलविंदर सिंह और लेफ्टिनेंट कर्नल विनोद साहब के सानिध्य से किया, वर्कशॉप के कोऑर्डिनेटर मोहन कुमार हर समय कार्यशाला को बल दे रहे थे।



इस विशेष कार्यशाला को भारत सरकार द्वारा विदेशों में नियुक्त किए जाने वाले सेनानीयों के आंतरिक अंगों की शक्ति, मे डिको-फिटनेस बढ़ाने के लिए किया गया था। इस कार्यशाला में मनोदैहिक प्रभाव डालने वाले ऐसे योगाभ्यास सिखाए गए जिन से बीमरियों से आत्मरक्षा करने में समृद्ध आती है,


मानसिक रूप से विचलित होने से बचा जाता है, पुरसुकून, तृप्त और संतुष्ट रहने का हुनर आता है, एकाग्रता बढ़ती है, यथार्थवादी आत्म बोध के साथ शांति से जीने, भारत के अनेकता में एकता के सूत्र पर दिल से चलना आसान होता है, हैप्पीनेस के पाठ के साथ विश्व कुटुम्बकम मानते हुए शांति के विकास वाली सूफी संतों ऋषियों मुनियों ग्रंथियों योगियों इत्यादि वाली सोच, अपने आचार, विचार और व्यवहार से विदेशों में प्रदर्शन कर भारत का नाम रोशन करने वाला जवान बनने में आसानी होती है।



इस कार्यशाला के मुख्य शक्षक एवं मार्गदर्शक वर्ष 1975 से योगाभ्यास के चिकित्सकीय पहलू पर वैज्ञानिक दृष्टि से रिसर्च करने वाले इंडियन योगा एसोसिएशन दिल्ली राज्य के सीनियर वाइस प्रेसिडेंट डॉ. बी. इस्लाम कैरानवी थे।

ज्ञात हो की डॉ. इस्लाम ने वर्ष 1983 से भारत सरकार में कार्यरत शिक्षकों को योग प्रशिक्षण देना प्रारम्भ किया तथा भारत सरकार में ट्रेनिंग कमिश्नर के तौर पर काम करते समय, 50 हजार से अधिक योगा प्रशिक्षकों की 18 श्रंखलाएं बना कर, ट्रेनिंग दी, फिर इन के सहयोग और भारत सरकार के प्र िप्रायोजन पर देश के कोने कोने में अपनी इन 18 टीमों से काम लेते हुए, देश विदेश के 35 लाख से अधिक युवाओं को योग समृद्ध बनाया।

Friday, August 2, 2024

*योग नेतृत्व में दक्ष बनाने वाली, मुफ़्त कार्यशाला में 500 प्रशिक्षित एवं 17 ने विशिष्ठ स्थान प्राप्त किया; डर्बिक*

 *योग नेतृत्व में दक्ष बनाने वाली, मुफ़्त कार्यशाला में 500 प्रशिक्षित एवं 17 ने विशिष्ठ स्थान प्राप्त किया; डर्बिक*

      भिवानी हरियाणा, प्राचार्य श्री विनोद कुमार एवं उप प्राचार्य सुश्री राशदा जी ने भिवानी हरियाणा के, जे.एन.वी. देवराला में, योग नेतृत्व में दक्ष बनाने वाली कार्यशाला का उद्घाटन किया। कार्यशाला में मस्तिष्क को स्ट्रेस फ्री करदेने वाला सुकून से भरा आराम दिलाने, मस्तिष्क को रिचार्ज करदेने वाली ऑक्सीजन युक्त रक्त की बेहतर आपूर्ति तथा मस्तिष्क की प्रखरता बढ़ाने के लिए डर्बिटेक अंदाज़ से, बेहद आसान बनाई हुए, सुखदाई, जादुई असर रखने वाली, एवं प्राथमिक चिकित्सा की तरह स्वाभाविक रूप से फ़ौरन प्रभावी,



भारत के गुरुजनों द्वारा स्थापित मूल्यों पर आधारित योगा द्वारा मस्तिष्क की मालिश के तरीके, 500 विद्यार्थियों एवं उनके शिक्षकों ने सामूहिक रूप से सीखे।



      इस कार्यशाला में इंडियन योगा एसोसिएशन दिल्ली एन.सी.आर. के वरिष्ठ उपाध्यक्ष डॉ. बदरूल इस्लाम कैरानवी द्वारा वर्ष 1975 से विकसित तथा अंतर्राष्ट्रीय योग गुरु एवं योग वैज्ञानिक के रूप में भारत सरकार की स्पॉन्सरशिप पर वर्ष 1985 से विदेश में जा कर, वहां के चिकत्स्कों को योग सीखने के अनुभव से हासिल हुई; हाई-टेक, परिष्कृत, अनुकूलित, आसान और बहुत प्रभावी सूक्ष्म योग अभ्यासों की नवीन अनुसंधान पर आधारित, अद्यतन 37वें वर्ज़न की तकनीक कोप्रतिभागी हंसी ख़ुशी और पूरी तन्मयता से, हिस्सा लेकर, अपने आप को जीवन भर स्वस्थ बनाए रखने में काम आने वाली दक्षता से लाभान्वित होने के लिए सीख रहे थे।



     इस योग तकनीक के साथ साथ, प्रधानाचार्य द्वारा चयनित 17 लड़कियों को डॉ. बी. इस्लाम ने कुछ अन्य योगाभ्यासों में बेहतरीन नेतृत्व देने वाले दक्ष नेताओं के रूप में प्रशिक्षित किया। इन सभी लड़कियों ने सर्वश्रेष्ठ योग अभ्यासों के प्रदर्शन में भी भाग लिया। इस योगाभ्यास दक्षता के प्रदर्शन में विशिष्ठ स्थान प्राप्त करने वालों में से, मिस पायल ने भूनमन एवं उत्थित एकपाद शीर्षासन करने में प्रथम स्थान प्राप्त किया, मिस निकिता ने पद्म मयूरासन करने में प्रथम स्थान प्राप्त किया, मिस शशि तननिया ने बकासन करने में प्रथम स्थान प्राप्त किया, मिस भावना ने उत्थित टिट्टिभासन करने में प्रथम स्थान प्राप्त किया तथा मिस नैन्सी ने राजकपोतासन करने में प्रथम स्थान प्राप्त करने में सफलता हासिल की। आशा है देश के अन्य कोनों के लोग भी आज के मनुष्य की आवश्यक्ताओं के परिपेक्ष में परिष्कृत एवं हाईटेक योग की महत्व को समझकर, वे इसका अभ्यास करेंगे और इससे लाभ प्राप्त करेंगे, तथा दूसरों को भी इस लाभकारी योग का अभ्यास करने के लिए प्रेरित करके गौरवान्वित महसूस करेंगे, अंततः सब के भले में ही अपना भला है। कार्यशाला का कुशल प्रबंधन श्री एस.सी. दुग्गल ने पूनम जी एवं अन्य स्टाफ सदस्यों के सहयोग से किया।

 


*Free Yoga Leadership Workshop*

*500 trained and 17 achieved distinction, special place in the workshop to make them skilled in Yoga leadership; DrBIK*


    Bhiwani Haryana, Principal Mr. Vinod Kumar, and Vice Principal Ms. Rashda ji inaugurated the Yoga Leadership Workshop in JNV Devrala, Bhiwani, Haryana. In the workshop, 500 students and their teachers collectively learned the methods of brain massage through yoga, based on the values ​​established by the Gurus of India, in a very easy, soothing, magical way, which is instantly effective naturally like first aid, to provide stress-free brain relaxation, better supply of oxygenated blood to recharge the brain, and to increase brain sharpness with DrBIK style Yoga Technique.



   With full interest, the participants were learning further developed updated 37th version of high-tech, refined, customized, easy, and very effective subtle and Micro Yoga-Tech based on the latest research by Senior Vice President of the Indian Yoga Association Delhi NCR Dr. Badrul Islam Kairanvi. You will be happy to know that its R&D work commenced in 1975 and then further by sponsorship from the Government of India in 1985 the experience acquired as an International Yoga Guru and emerging Yoga Scientist by introducing Yoga Practices to European Physicians. Without any fee, free of cost it was provided to the participants in the larger interest of India.

 


 Among the toppers of this yoga demonstration, Miss Payal got first Position in Bhunaman and Utthita Ekapad Shirshasana, Miss Nikita got first Position in Padma Mayurasana, Miss Shashi Tanniya got first Position in Bakasana, Miss Bhavana got first Position in Utthita Tittibhasana and Miss Nancy succeeded in getting first Position in Rajakapotasana.

       It is hoped that people in other parts of the country will also understand the importance of sophisticated and high-tech yoga in the context of the needs of today's man, they will practice it and get benefits from it, and will feel proud by inspiring others to practice this beneficial yoga, ultimately our good lies in the good of all.

      The workshop was efficiently managed by Mr. S.C. Duggal with the help of Poonam ji and other staff members.


www.DrBIK.com