नई दिल्ली। अंतर्राष्ट्रीय योगा वैज्ञानिक डॉ. बी. इस्लाम ने एयरफोर्स स्टेशन रजोकरी के, के.वी. में आयोजित, विशिष्ट योगा नेतृत्व कार्यशाला में फिटनेस बढ़ाने वाले अपने चयनित 42वे वर्जन वाले योगाभ्यास के रहस्य सिखाए। एयरफोर्स स्टेशन रजोकरी नई दिल्ली के, के.वी. में आयोजित विशिष्ट योगा नेतृत्व कार्यशाला के प्रतिभागियों ने देश में वर्ष 1975 से और विश्व स्तर पर विदेशों में वर्ष 1985 से, योगाभ्यास की महत्ता का प्रचार प्रसार अपने स्वयं के शोध पर आधारित, अपने को अनुभव साझा करने वाले अंतर्राष्ट्रीय योगा वैज्ञानिक डॉ. इस्लाम से 42वे वर्जन वाले योगाभ्यास से चमत्कारी स्वस्थ हासिल करने के रहस्य सीखे। यह यादगार है की विश्व स्तर पर यूरोपीय चिकित्सकों ने डर्बिक के प्रयोगों पर आधारित डर्बिक चयनित योगा के 42वे वर्जन को विश्व स्तरीय मानकों के अनुसार फिटनेस बढ़ाने वाली तकनीक के रूप में मान्यता दी है।
विशिष्ट योगा नेतृत्व कार्यशाला में वैज्ञानिकों, चिकित्स्कों एवं महान योगियों की प्रतिस्पादित नैतिक मूल्यों के अनुसार योग नेतृत्व कार्यशाला का आयोजन किया गया और भारत सरकार से मान्यता प्राप्त कौसर जी ने योगा के वैज्ञानिक पहलु का ध्यान रखते हुए प्रतिभागियों को जोश दिलाने एवं उत्साहित करने के लिए अभूतपूर्व कौशल के साथ योगाभ्यास प्रदर्शित किए।
वर्कशॉप समन्वयक प्रियंका जी एवं प्रतिभागियों में से अभय सिंह, कामरान अहमद, अभय यादव, अहमदा सुल्ताना, प्रिंस यादव, मोहित, शिखा सैनी ? और अंजलि इत्यादि का सहयोग सराहनीय रहा. आशा है की इस वर्कशॉप में मुफ्त सीखी गई फिटनेस की बेहतरीन हुनरमंदी से देश के अन्य युवाओं को भी प्रतिभागी लाभान्वित करेंगे।
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